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धर्म की परिभाषा

वेद क़ुरआन
वेद क़ुरआन
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समस्याएं हल चाहती हैं। इन्हें क़ालीन के नीचे दबाने से वे हल नहीं होंगी। इन्हें छींके पर लटकाना पड़ेगा या हो सकता है कि कुछ और करना पड़े लेकिन उससे पहले निष्पक्षता और तार्किकता ग्रहण करना ज़रूरी है।
ग़लत बात धर्म नहीं होती। इसलिए धर्म में ग़लत बात नहीं होती। जो सच और सही है, जो कल्याणकारी और शुभ है। वही धर्म है।

Source : http://praveenshah2.blogspot.in/2012/07/blog-post_28.html

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