वेद क़ुरआन
- 98 Posts
- 176 Comments
डाक्टरों का जो रवैया आज देखने में आ रहा है, वह सब हमारे समाज का आईना है। इंसान के कर्म का उददेश्य ईश्वर के अनुग्रह के बजाय दुनिया माल बन जाय तो उसके दिल से सेवा, दया और प्रेम हर चीज़ निकल जाती है। डाक्टरों के पेशे के साथ भी यही हुआ है। इनकी हड़ताल से मरीज़ मर जाते हैं लेकिन इन्हें कोई अफ़सोस नहीं होता और न ही इन्हें कभी यह अहसास होता है कि अपने अमल के लिए इन्हें उस रब को जवाब भी देना है, जिसने इन्हें यह सब योग्यताएं दी हैं।
Read Comments